ऐ हवा
चल, ले चल
कहीं दूर,
दरिया के किनारे
किस्मत के सहारे
दुनिया से अंजान
वीरान धरा पर
रहंगे
सिर्फ मैं और तू।<br />
---किशन सर्वप्रिय
चल, ले चल
कहीं दूर,
दरिया के किनारे
किस्मत के सहारे
दुनिया से अंजान
वीरान धरा पर
रहंगे
सिर्फ मैं और तू।<br />
---किशन सर्वप्रिय
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